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  1. भगवान विष्णु के 24 अवतार कौन से हैं, जानिए - 24 avatars of lord vishnu | Webdunia Hindi. अनिरुद्ध जोशी. सम्बंधित जानकारी. मार्गशीर्ष माह में भगवान विष्णु के 12 पवित्र नाम देते हैं मनचाहा वरदान. ॐ जय जगदीश हरे : एकादशी पर इस आरती से करें श्रीविष्णु को प्रसन्न. भगवान विष्णु को चढ़ाएं घर में उपलब्ध ये 11 चीजें और करें प्रसन्न.

    • मत्स्य अवतार – Matsya Avatar Story in Hindi
    • कच्छप अवतार या कूर्म अवतार – Kurma Avatar Story in Hindi
    • वराह अवतार – Varaha Avatar in Hindi
    • नृसिंह अवतार या नरसिंह अवतार – Narsingha Avatar in Hindi
    • वामन अवतार – Vamana Avatar in Hindi
    • परशुराम अवतार – Parshuram Avatar in Hindi
    • रामावतार – Ramavtar in Hindi
    • कृष्णा अवतार – Krishna Avatar in Hindi
    • बुद्ध अवतार – Buddha Avatar in Hindi
    • कल्कि अवतार – Story of Kalki Avatar in Hindi

    पुराणों में वर्णित तथ्यों के आधार पर जगत का पालनहार भगवान विष्णु ने सतयुग में सृष्टि का प्रलय से रक्षा हेतु मछली के रूप में अवतार लिया था। भगवान विष्णु के 10 अवतार में यह भगवान विष्णु का पहला अवतारमाना जाता है। जिसे मत्स्यावतार के नाम से वर्णन मिलता है। इससे संबंधी एक कहानी है की एक बार हयग्रीवनामक एक राक्षस ने वेदों को चुरा कर समुद्र की अतल गहराई ...

    पुराणों में समुन्द्र मंथन की कथा मिलती है। कहते हैं की जब महर्षि दुर्वासा के श्राप से इन्द्र सहित सारे देवता श्री हीन हो गये थे। तव व ने समुन्द्र मंथन कर अमृत प्राप्ति का प्रस्ताव दिया। ताकि उसका पान कर देवता अमर हो जायें। तब सारे देवता और असुरों ने मिलकर मिलकर समुन्द्र मंथन किया। जिसमें मंदराचल पर्वत को मथनी और नागराज वासुकि को नेति बनाकर समुन्द्र...

    पुराणों के अनुसार हिरण्याक्ष और हिरण्यकाश्यप दोनो भाई थे। असुरहिरण्याक्ष ने भगवान ब्रह्मा की घोर तपस्या कर उन्हें प्रसन्न कर लिया। ब्रह्मा जी प्रसन्न होकर बोले मांगों क्या मांगते हो। हिरण्याक्ष ने उत्तर दिया भगवान मुझे वरदान दीजिए की युद्ध में हमें कोई न मार सके। तव ब्रह्मा जी तथास्तु कहकर ब्रह्मलोक चले गये। उन्होंने इन्द्र को पराजित कर इन्द्र लोक ...

    अपने भाई हिरण्याक्ष के मृत्यु के बाद उसका भाई हिरण्यकश्यप अत्यंत क्रोधित हो गया। उन्होंने इसका बदला भगवान विष्णु सहित सभी देवता से लेने का प्रण लिया। हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना परम शत्रु समझने लगे। उन्होंने ब्रह्मा जी की तपस्या से देव, दानव, मानव और पशु-पक्षी सहित किसी भी प्राणी द्वारा मारे नहीं जाने का आशीर्वाद प्राप्त कर लिया। इसके साथ उन्ह...

    यह भगवान विष्णु के Dashavatar में पाँचवा अवतार कहलाता है। भगवात पुराण के अनुसारविष्णु भगवान ने राजाबलि से देवताओं की रक्षा के लिए वामन अवतार लिया था। कहते हैं की एक बार प्रह्लाद के पौत्र राजाबलि ने शक्ति अर्जन के लिए अनेकों यज्ञ किये थे। यज्ञ से घबराकर देवताओं ने भगवान विष्णु से सहायता मांगी। जिस कारण विष्णु भगवान को वामन अवतार लेना पड़ा। वामन रूपी...

    प्रभु के Dashavatar में से एक परशुराम अवतार भी माना जाता है। परशुराम अवतार भगवान विष्णु का 6 वां अवतार कहा गया है। त्रेता युग में महिष्मती नगरी पर कार्तवीर्य अर्जुन नामक शक्तिशाली राजा राज्य करता था। राजा को 100 भुजायें थी जिस कारण वे सहस्त्रबाहु के नाम से जाने जाते थे। उन्होंने तपस्या के बल पर ढेर सारी शक्ति को अर्जित कर लि। वह अत्यंत ही दुराचारी ...

    त्रेतायुग में भगवान विष्णु के रामावतर से हर हिन्दू समुदाय के लोग परिचित हैं। भगवान विष्णु के दशावतार में भगवान राम का अवतार प्रसिद्ध है। भगवान राम का जन्म महाराज अयोध्या नरेश दशरथ के घर कौशल्या के गर्भ से हुया था। चार भाई में राम सवसे बड़े थे। उन्होंने सीता स्वयंवर में शिव धनुष को तोड़कर सीता से विवाह किया। अपने पिता की आज्ञा मानकर उन्हें चौदह बर्ष...

    भारत वर्ष में शायद ही कोई आदमी होगा जो भगवान कृष्ण और राम के नाम से परिचित न हो। कहते हैं की भगवान राम 14 कलाओं से युक्त थे इसीलिए वे पुरुषों में उत्तम अर्थात पुरुषोतम कहलाये। जबकि श्री कृष्ण को16 कलाओं से पूर्ण माना गया है। इसीलिए उन्हें देवों में उत्तम देवोत्तम की संज्ञा दी गयी है। भगवान विष्णु के सभी अवतारों में कृष्णा अवतार को श्रेष्ठ माना गया ...

    हिन्दू धर्म ग्रंथों के आधार पर भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु के दशावतार में 9 वां अवतार माना गया है। परंतु पुराणों में जिस भगवान बुद्ध की चर्चा की गयी है उनका जन्म गया के नजदीक कीकट में बताया जाता है। पुराणों में वर्णित बुद्धावतार के कथा के अनुसार उनके पिता का नाम अजन बताया गया है। राज्य की कामना से जब असुरों ने भगवान इन्द्र से साम्राज्य स्थिर रहने क...

    पुराणों में वर्णित कथा के अनुसार कलयुग में भगवान विष्णु का कल्कि रूप में अवतार होगा। यह दशावतार का अंतिम अवतार होगा, भगवान विष्णु का कल्कि अवतार कलियुग के अंत में होगा। भगवान राम को 14 कलाओं से युक्त, भगवान कृष्ण को 16 कलाओं से युक्त माना गया है। जबकि कलयुग में भगवान विष्णु का कल्कि रूप में अवतार 64 कलाओं से युक्त माना जाता है। पुराणों में वर्णन मि...

  2. श्रीराम अवतार : त्रेतायुग में राक्षसराज रावण का बहुत आतंक था। उससे देवता भी डरते थे। उसके वध के लिए भगवान विष्णु ने राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या के गर्भ से पुत्र रूप में जन्म लिया। इस अवतार में भगवान विष्णु ने अनेक राक्षसों का वध किया और मर्यादा का पालन करते हुए अपना जीवन यापन किया।.

  3. विष्णु के दस अवतार. गोवा के श्री बालाजी मंदिर के कपाट पर दशावतारों का चित्रण. भगवान विष्णु हिन्दू त्रिदेवों (तीन महा देवताओं) में से एक हैं। निर्माण की योजना के अनुसार, वे ब्रह्माण्ड के निर्माण के बाद, उसके विघटन तक उसका संरक्षण करते हैं। भगवान विष्णु के दस अवतारों को संयुक्त रूप से 'दशावतार' कहा जाता है।.

  4. विष्णु. विष्णु सनातन धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं जिनको नारायण और हरि के नाम से भी जाना जाता है। वे वैष्णववाद के भीतर ...

  5. Nov 18, 2023 · 10 Avatars Of Vishnuकूर्म या कच्छप अवतार. भगवान विष्णु ने इस अवतार में देवताओं और दानवों की सहायता की थी। भगवान विष्णु के कूर्म अवतार को कच्छप ...

  6. भागवत पुराण के अनुसार. मन्त्र. स्रोत. बाहरी कड़ियाँ. वराहावतार. वराह अवतार, अलवर में प्राप्त एक मिनियेचर कलाकृति.

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